UP Shikshamitra News: उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्र के द्वारा काफी लंबे वर्षों से संघर्ष किया जा रहा है। शिक्षामित्र का 2011 में शिक्षामित्र को 2 वर्ष का ट्रेनिंग दिया गया था। जिसके बाद शिक्षामित्र को समायोजित भी किया गया था और हाई कोर्ट के माध्यम से शिक्षामित्र का समायोजन नियुक्त किया गया था। 12 सितंबर 2015 को शिक्षामित्र का समायोजन इलाहाबाद हाईकोर्ट की ट्रिपल बेंच ने रद्द कर दिया था। इसके बाद शिक्षामित्र सुप्रीम कोर्ट गए और 7 दिसंबर 2015 को शिक्षामित्र के मामले में हाई कोर्ट के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाया लेकिन 25 जुलाई 2017 को शिक्षामित्र का समायोजन सहायक अध्यापक पद से निरस्त कर दिया गया था अब शिक्षामित्र अपने वर्तमान मूल पद पर कार्य कर रहे हैं और तभी से यह शिक्षा मित्र विभिन्न प्रकार की मांगे सरकार से कह रहे हैं।
शिक्षामित्र का 24 दिन से चल रहा प्रदर्शन हुआ स्थगित
शिक्षामित्र 24 दिन से लगातार धरना प्रदर्शन किया जा रहा था जो कि टेट पास शिक्षामित्र के द्वारा बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री के ओएसडी से मुलाकात किया और उनके आश्वासन के बाद यह धरना प्रदर्शन को स्थगित कर दिया और शिक्षामित्र स्थाईकरण किए जाने विभागीय टेट करवाए जाने और सम्मानजनक मानदेय दिए जाने और सामान प्रकार की सुविधा दिए जाने और अंतर्जनपदी महिलाओं का स्थानांतरण शेड्यूल आदि की मांग हेतु बीते 24 दिनों से इको गार्डन में यह शिक्षामित्र धरना प्रदर्शन कर रहे थे और शिक्षामित्र को मुख्यमंत्री की ओएसडी के द्वारा आश्वासन दिया गया है।
मुख्यमंत्री के ओएसडी ने मांगों की विस्तार से ली जानकारी
शिक्षक या शिक्षामित्र उत्थान समिति के प्रदेश अध्यक्ष गुड्डू सिंह के अगुवाई में विकास शर्मा व शालिनी शुक्ला को प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा दोपहर 12:00 मुख्यमंत्री आवास ले जाया गया और मुख्यमंत्री के ओएसडी एन के चौहान के द्वारा से मुलाकात करवाई गई। मुख्यमंत्री के मौजूद न होने की वजह से उनके ओएसडी ने शिक्षा मित्रों की समस्याओं व मांगों की विस्तार से जानकारी भी ली गई। उनके द्वारा बताया गया कि उन्होंने नीतिगत तरीके से निवारण करने पर संस्कृत किया है और मुख्यमंत्री से मुलाकात करवाने का आश्वासन भी उनके द्वारा दिया गया। उन्होंने यह बताया कि मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के आश्वासन के बाद धरना को स्थगित कर दिया गया है।
जल्द होगी मुख्यमंत्री से शिक्षामित्र की मुलाकात
जल्द मुख्यमंत्री की शिक्षामित्र से मुलाकात होने वाली है। मिली जानकारी के आधार पर मुख्यमंत्री के ओएसडी ने यही कहा है कि जैसे ही मुख्यमंत्री मौजूद रहते हैं शिक्षामित्र के प्रतिनिधिमंडल से जल्द मुख्यमंत्री के स्तर से मुलाकात करवाई जाएगी और मुख्यमंत्री के समक्ष शिक्षामित्र अपनी मांगों को रखेंगे और यह उम्मीद की जा रही है कि मुख्यमंत्री इस बार शिक्षामित्र का स्थाई समाधान अवश्य कर सकते हैं शिक्षामित्र का मिलने वाला मानदेय भी बढ़ाया जा सकता है और टेट पास शिक्षामित्र के लिए कोई स्थाई रास्ता निकाला जा सकता है और शिक्षामित्र की जो विभिन्न प्रकार की मांगे हैं उस पर सरकार इस बार विचार जरूर करेगी।