UP Shikshamitra Regularization Update: बीते 20 दिनों से शिक्षामित्र का धरना इको गार्डन में लगातार जारी है। और शिक्षामित्र का यह कहना है कि उनके मांगे सरकार पूरा नहीं कर रही है और मांगे नहीं पूरे होने की वजह से लगातार उनका धरना प्रदर्शन जारी है। शिक्षामित्र ने सरकार से गुहार लगाया है कि उनकी भी मांग गृहमंत्री अब पूरा करें क्योंकि वर्तमान में प्रदेश में ही गृहमंत्री हैं उन्होंने यह भी कहा कि पीएम मोदी ने मजदूरों का जो मानक है वह तय कर दिया है और मानक के आधार पर ₹26010 प्रतिमाह दिया जाता है जबकि हम लोगों को मात्र ₹10 हजार प्रति महीने ही दिया जाता है।
शिक्षामित्र ने बताई अपनी समस्याएं ( Shikshamitra Latest News )
शिक्षामित्र ने यह कहा है कि घर में जैसे कि हमारे मां-बाप पत्नी व बच्चे हैं जिनका पालन पोषण करना जरूरी रहता है और बच्चों की शिक्षा हेतु माता-पिता की दवाई तक का जो खर्च है हम लोगों को वहन करना पड़ता है। लेकिन ₹10 हजार प्रति महीने के हिसाब से घर किस प्रकार चलाया जाए यह उन्होंने अपनी समस्या सरकार से बताया है। हम लोग अपना दर्द कैसे बया करें ऐसा शिक्षा मित्र ने कहा है। 20 दिनों से लगातार धरना दे रहे हैं लेकिन सरकार कोई भी हमारी शुद्ध नहीं ले रही है शिक्षामित्र काफी लंबे वक्त से प्रदर्शन करते हुए सरकार से मांग कर रहे हैं कि शिक्षामित्र के मानदेय को बढ़ाया जाए।
शिक्षामित्रो की मांगों को लेकर 20 दिन से प्रदर्शन जारी
शिक्षामित्रों की प्रमुख मांगों को लेकर 20 दिन से लगातार प्रदर्शन जारी है वहीं पर शिक्षामित्र का कहना है कि 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपरी तापमान में भी हम लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और 20 दिन पूरे हो चुके हैं। लेकिन सरकार ने हमारी अभी कोई भी सुध नहीं लिया और लगातार प्रदर्शन जारी है। आप सभी की जानकारी के लिए यह बता देते हैं यह शिक्षामित्र काफी लंबे वर्षों से अपने मानदेय बढ़ाये जाने की मांग कर रहे हैं इसके अलावा सरकार से स्थाई समाधान की मांग कर रहे है। लेकिन सरकार ने सिर्फ शिक्षामित्र को आश्वासन दिया है लेकिन अभी तक अंतिम रूप से शिक्षामित्र के हित में कोई कदम नहीं उठाया गया है।
62 वर्ष सेवा को ₹20000 मानदेय किए जाने की मांग
शिक्षामित्रो का तो कहना है कि ₹10000 प्रति महीने के हिसाब से हमको अल्प मानदेय दिया जा रहा है जो कि बिल्कुल भी इस महंगाई के समय में उचित नहीं है। क्योंकि वह अपना खर्च वहन ही नहीं कर पाये है और शिक्षामित्र का जो मानदेय है कम से कम ₹20000 जरूर किया जाना चाहिए। 20 हजार रुपए मानदेय दिए जाने के साथी शिक्षा मित्रों की जो सेवा अवधि है वह 62 वर्ष किया जाए और शिक्षामित्र ने यह भी मांग किया कि जो अभी वर्तमान में 11 महीने का उनका मानदेय दिया जा रहा है जो कि 12 महीने का उन्हें मानदेय प्रदान किया जाए हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने गर्मी को लेकर काफी हीट वेव का अलर्ट जारी किया लेकिन इस गर्मी में भी शिक्षामित्र लगातार खुले मैदान में बैठने को मजबूर है।
टेट सीटेट पास शिक्षामित्र नियमित किए जाने की मांग
उत्तर प्रदेश के जितने भी टेट और सीटेट पास शिक्षामित्र है स्थाई किए जाने की भी मांग सरकार से कर रहे हैं। शिक्षामित्र का कहना है कि जो भी शिक्षा मित्र टेट और सीटेट पास है कम से कम सरकार उनको स्थाई कर दे या फिर सहायक अध्यापकों के बराबर उनका वेतन कर दें। लेकिन सरकार के माध्यम से अभी तक शिक्षामित्र की मांगों को सुना नहीं गया ना ही सरकार शिक्षामित्र का कोई सुध ले रही है अब शिक्षामित्र का कहना है कि सरकार हमारी मांगों को मांगे और हमारी समस्याओं को अपनी समस्या समझते हुए हमारी समस्याओं का निस्तारण करें।